आज के सामान्य ज्ञान में पढ़े – मध्यप्रदेश के आंदोलन और उसके नेतृत्व कर्ता -Read in today’s General Knowledge – Movement of Madhya Pradesh and its leaders
महाकौशल क्षेत्र के विद्रोह,1818
- अप्पा जी भोंसले (नागपुर) – अरबी सैनिकों की मदद लेकर अंग्रेजो से लड़े। हार का सामना करना पड़ा।
नर्मदा घाटी क्षेत्र के विद्रोह,1842
- किरन शाह, हिरदा शाह (हीरापुर), मधुकर शाह,(भरहुत), दिल्लन शाह(मदनपुर), जवाहर सिंह (चंद्रपुर) ने भी अंग्रेजों से मुकाबला किया और असफल रहे।
मध्यप्रदेश की गदर क्रांति, 1857
- 10 जून 1857 के मेरठ विद्रोह से प्रेरित,
- नीमच छावनी से सैनिक विद्रोह शुरू
- मुरार छावनी (ग्वालियर) तात्या टोपे,लक्ष्मी बाई,झलकारी बाई, 17 जून 1858 को शहीद हुई थी लक्ष्मी बाई।
- महू छावनी – सहादात खां
- सागर छावनी – शेख रमजान
- गड़मंडला – शंकर शाह,
- रामगढ़ – अवंती बाई, गिरधारी बाई।
- रायपुर – वीर नारायण जबलपुर का झंडा सत्याग्रह,1923
- 13 अप्रैल 1923 को नागपुर से इसकी शुरुआत मानी जाती है।
- पुलिस कमिश्नर के द्वारा झंडे के अपमान के बदले विक्टोरिया टाउन हॉल पर तिरंगा झंडा प्रेमचंद द्वारा लहराया गया।
- इसके नेतृत्व कर्ता – सुभद्रा कुमारी चौहान, पं सुंदरलाल, नाथूराम मोदी, नरहरी अग्रवाल, लक्ष्मण सिंह आदि थे।
जबलपुर का जंगल सत्याग्रह,1930
- 1930 में सिवनी, टुरिया,डोंगरी में आदिवासियों ने जंगलों पर पुनराधिकर हेतु जंगल सत्याग्रह किए।
- इसमें बंजारी सिंह कोरकू, गंजन सिंह कोरकू प्रमुख रहे।
- 19 अगस्त 1942 को वीरसा गोंड ने घोड़ा डोंगरी के निकट रेलवे पटरियां निकाल दी एवम् लकड़ी के गोदाम में आग लगा दी।
मध्यप्रदेश का जालियांवाला कांड – चरण पादुका नरसंहार,1931
- 14 जनवरी 1931 को कर्नल फिशर ने उर्मिल नदी के तट पर चरण पादुका गांव के शांति प्रिय स्वतंत्रता सेनानियों पर गोलियां चला दी।
भोपाल का जालियां वाला हत्या कांड,1956
- रायसेन के बोरास गांव में 15 जनवरी 1956 को जाफर अली खां ( नवाबी अधिकारी) ने आदेश दिए
- जिसमे बैजनाथ,छोटेलाल,मंगल सिंह, विशाल सिंह की नर्मदा तट पर तिरंगा फहराने के कारण हत्या कर दी गई।
पंजाब मेल हत्याकांड,1931
- 23 जुलाई को यशवंत सिंह, दलपत राव, देवनारायण तिवारी ने खंडवा रेलवे स्टेशन पर
- अंग्रेज़ अफसर हेक्सल की हत्या कर दी। जिससे 11 दिसंबर को यशवंत,देवनारायण को फांसी की सजा दी गई।
- दलपत राव को काला पानी की सजा दी गई।
रीवा का चावल आंदोलन,1947
- जबरिया लेव्ही के विरूद्ध 28 फरवरी 1947 को
- त्रिभुवन तिवारी, भैरव प्रसाद ने चावल आंदोलन चलाया।
- रीवा रियासत के सैनिकों ने उन्हें गोली मारी थी।