आज के महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान पढ़े – केंद्र सरकार ने पद्म भूषण पुरस्कार 2022 के लिए किन्हे चुना विस्तार से जानिये – Read today’s important general knowledge – Know in detail who was selected by the Central Government for the Padma Bhushan Award 2022

आज के महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान पढ़े – केंद्र सरकार ने  पद्म भूषण पुरस्कार 2022 के लिए किन्हे  चुना विस्तार से जानिये – Read today’s important general knowledge – Know in detail who was selected by the Central Government for the Padma Bhushan Award 2022

1) गुलाम नबी आजाद – पब्लिक अफेयर्स – जम्‍मू कश्‍मीर
– वह कांग्रेस लीडर हैं और जम्‍मू कश्‍मीर के मुख्‍यमंत्री रह चुके हैं।

2) विक्टर बनर्जी – आर्ट – पश्चिम बंगाल
– वह एक्‍टर हैं। उन्‍होंने अंग्रेजी, हिंदी, बंगाली और उन्होंने असमिया भाषा में अभिनय किया है।
– उन्होंने रोमन पोलांस्की, जेम्स आइवरी, सर डेविड लिन, जेरी लंदन, रोनाल्ड नीम, सत्यजीत रे, मृणाल सेन, श्याम बेनेगल और राम गोपाल बर्मा जैसे प्रमुख निर्देशकों के साथ काम किया है।

3) गुरमीत बावा (मरणोपरांत) – आर्ट – पंजाब
– वह मशहूर पंजाबी लोक गायिका थी। निधन नवंबर 2021 में हो गया।
– अपने करियर के दौरान, गुरमीत बावा को पंजाब सरकार द्वारा राज्य पुरस्कार, पंजाब नाटक अकादमी द्वारा संगीत पुरस्कार, मध्य प्रदेश सरकार द्वारा राष्ट्रीय देवी अहिल्या पुरस्कार और पंजाबी भाषा विभाग द्वारा शिरोमणि गायिका पुरस्कार सहित कई पुरस्कार से नवाजा गया।

4) बुद्धदेव भट्‌टाचार्य – पब्लिक अफेयर्स – पश्चिम बंगाल
– वह पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्‍यमंत्री (2000-2011) हैं। CPIM {कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी)} पार्टी से सीनियर लीडर हैं।
– अवॉर्ड की जानकारी होने के बाद उन्‍होंने पद्म विभूषण का पुरस्कार ठुकरा दिया है।
– उनका कहना है कि इस बारे में उन्हें बताया ही नहीं गया था।

5) नटराजन चंद्रशेखरन – ट्रेड एंड इंडस्ट्री – महाराष्‍ट्र
– वह टाटा ग्रुप के चेयरमैन हैं। टाटा ग्रुप के इतिहास में वे पहले गैर-पारसी चीफ भी हैं।
– वह 110 अरब डॉलर से अधिक के कुल सालाना राजस्व वाले टाटा समूह की अगुवाई कर रहे हैं।

6) कृष्णा एल्ला और सुचित्रा एल्ला – ट्रेड एंड इंडस्ट्री – तेलंगाना
– कृष्‍णा एल्‍ला, भारत बायोटेक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक हैं। जबकि उनकी पत्‍नी कंपनी की सह संस्‍थापक और ज्‍वाइंट मैनेजिंग डायरेक्‍टर हैं।
– दोनों ने मिलकर 1996 में भारत बायोटेक की स्‍थापना की थी।
– इस कंपनी ने कोविड-19 वैक्‍सीन ‘कोवैक्सिन’ का विकास किया है।

7) मधुर जाफरी – पाक कला – यूएसए
– वह भारतीय एक्‍ट्रेस और लेखिका हैं।
– वह अपनी पहली रसोई की किताब, “एन इनविटेशन टू इंडियन कुकिंग” (1973) के साथ भारतीय व्यंजनों को अमेरिका में लाने के लिए पहचानी जाती हैं, जिसे 2006 में जेम्स बियर्ड फाउंडेशन के कुकबुक हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया था।

8) देवेंद्र झाझरिया – खेल – राजस्‍थान
– वह भाला फेंक (जेवलिन थ्रो) दिव्‍यांग खिलाड़ी हैं।
– तीन पैरालंपिक में मेडेल जीत चुके हैं।
– एथेंस पैरालंपिक 2004 और रियो पैरालंपिक 2016 में भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीते थे। जबकि टोक्यो पैरालंपिक 2020 (वर्ष 2021 में आयोजित) में उन्होंने रजत पदक हासिल किया था।

9) राशिद खान – आर्ट – उत्‍तर प्रदेश
– वह राशिद खान हम दिल दे चुके के गाने ‘अलबले सजन आयो रे’ और जब वी मेट का पॉपुलर गाना ‘आओगे जब तुम साजना’ भी गा चुके हैं।
– राशिद खान रामपुर-साहसवान घराना से आते हैं। उन्हें खासतौर से हिंदुस्तानी संगीत में ख्याली गायिकी के लिए जाना जाता है।

10) राजीव महर्षि – सिविल सर्विस – राजस्‍थान
– वह रिटायर्ड IAS अधिकारी हैं।
– भारत के पूर्व नियंत्रक एंव महालेखापरीक्षक (CAG) रह चुके हैं।

11) सत्या नडेला – ट्रेड एंड इंडस्ट्री – यूएसए
– वह माइक्रोसॉफ्ट के CEO हैं। भारतीय मूल के हैं।

12) सुंदर पिचाई – ट्रेड एंड इंडस्ट्री – यूएसए
– वह अल्‍फाबेट (गूगल की पैरेंट कंपनी) के CEO हैं। भारतीय मूल के हैं।

13) साइरस पूनावाला – ट्रेड एंड इंडस्ट्री – महाराष्‍ट्र
– पूनावाला सीरम इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के MD हैं।
– यह कंपनी कोविड-19 वैक्‍सीन कोविशील्‍ड बनाती है।

14) संजय राजाराम (मरणोपरांत) – साइंस एंड इंजीनियरिंग – मैक्‍सिको
– वह भारतीय मूल के विश्‍व विख्‍यात कृषि वैज्ञानिक थे।
– फरवरी 2021 में अमेरिका में उनका निधन हो गया।
– उन्‍हें 2014 में विश्व खाद्य पुरस्कार मिल चुका है।

15) प्रतिभा रे – लिटरेचर एंड एजुकेशन – ओडिशा
– वह 78 वर्षीय लेखिका हैं। ज्ञानपीठ, मूर्तिदेवी और सप्तर्षि जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते हैं। उडि़या भाषा में लिखती हैं।

16) स्वामी सच्चिदानंद – लिटरेचर एंड एजुकेशन – गुजरात
– वह आध्यात्मिक गुरु और लेखक हैं।

17) वशिष्ठ त्रिपाठी – लिटरेचर एंड एजुकेशन – उत्‍तर प्रदेश
– संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के न्याय वैशैषिक विभाग के अध्यक्ष रह चुके हैं।